यह हिंदी अनुवाद अंग्रेजी के मूल लेख का है, An Open Letter to the Ukrainian government: Release Bogdan Syrotiuk! जो मूलतः 11 जून 2024 को प्रकाशित हुआ थाI
गुरुवार, 13 जून को सोशलिस्ट इक्वालिटी पार्टी और वर्ल्ड सोशलिस्ट वेब साइट के अंतरराष्ट्रीय संपादकीय बोर्ड की ओर से यह चिट्ठी वॉशिंगटन डीसी में यूक्रेन के राजदूत ओक्साना मारकारोवा को सौंपी जाएगी।
मैडम एम्बेसडर,
25 अप्रैल को यूक्रेनी सरकार की सरकारी सुरक्षा सेवा एसबीयू ने यंग गॉर्ड ऑफ़ बोल्शेविक-लेनिनिस्ट्स संगठन के 25 साल के नेता बोगडान सायरोटुक को गिरफ़्तार कर लिया था। यह ट्राट्स्कीवादी संगठन रूस, यूक्रेन और सोवियत संघ का पहले हिस्सा रहे देशों में काम करता है। पिछले सात हफ़्तों से कॉमरेड सायरोटुक को मायकोलाव में जेल में बंद करके रखा गया है और उनकी कोई सूचना बाहर नहीं आ रही है। जिस सरकार की आप प्रतिनिधि हैं, उसके द्वारा उनके ख़िलाफ़ लगाए गए झूठे आरोपों का सामना करने के लिए पर्याप्त क़ानूनी प्रक्रिया अपनाने से रोका गया है। कीव और मायकोलाव में जो वकील यूक्रेनी सरकार द्वारा राजनीतिक मंशा से प्रेरित लगाए गए आरोपों को लड़ने में माहिर हैं, उन्होंने ख़ामियाजा भुगतने की धमकी के कारण इसमें मदद देने की अपनी पेशकश को वापस ले लिया है क्योंकि उन्हें अपनी सुरक्षा का डर है।
बोगडान सायरोटुक के ख़िलाफ़ लगाए गए आरोप में ज़रा सी भी सच्चाई नहीं है। उन पर लगाया गया देशद्रोह का दावा उनके द्वारा यूक्रेन-रूस जंग के ख़िलाफ़ सार्वजनिक विरोध पर पूरी तरह आधारित है, जोकि उन्होंने वर्ल्ड सोशलिस्ट वेब साइट (WSWS।ORG) पर प्रकाशित अपने लेख में भी ज़ाहिर किया है।
सायरोटुक को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अपने लोकतांत्रिक अधिकार को इस्तेमाल करने को आपराधिक बताने की कोशिशों के तहत एसबीयू ने अपने आरोप पत्र में कहा है कि वर्ल्ड सोशलिस्ट वेब साइट 'एक रूसी प्रोपेगैंडा और सूचना एजेंसी है।'
इस घोर आपत्तिजनक आरोप के समर्थन में एक भी सबूत नहीं हैं। इस बेतुके झूठ के बारे में केवल उन लोगों को ही नहीं पता है जो 1923 में अपनी स्थापना के बाद से ही ट्रॉट्स्कीवादी आंदोलन द्वारा समर्थित समाजवादी अंतरराष्ट्रीयतावादी सिद्धांतों पर आधारित चौथे इंटरनेशनल की अंतरराष्ट्रीय समिति (आईसीएफ़आई) के इतिहास और राजनीति से वाकिफ़ हैं, बल्कि वर्ल्ड सोशलिस्ट वेब साइट के प्रत्येक पाठक को भी यह स्पष्ट है।
जबसे युद्ध शुरू हुआ है वर्ल्ड सोशलिस्ट वेब साइट पर प्रकाशित सैकड़ों लेखों में आईसीएफ़आई ने यूक्रेन और रूसी सरकारों द्वारा अपनाई गई सैन्य नीतियों की मुख़ालफ़त की गई है और ये पूरी तरह स्पष्ट है। 24 फ़रवरी 2002 को जब रूस ने आक्रमण किया तो इंटरनेशनल कमेटी की आवाज़, डब्ल्यूएसडब्ल्यूएस, ने घोषणा की कि:
चौथे इंटरनेशनल की अंतरराष्ट्रीय समित और वर्ल्ड सोशलिस्ट वेब साइट ने यूक्रेन में रूसी सैन्य हस्तक्षेप की निंदा करती है। अमेरिका और नेटो शक्तियों के उकसावे और धमकियों के बावजूद, यूक्रेन पर रूसी हमले का समाजवादियों और वर्ग चेतना संपन्न मज़दूरों की ओर से विरोध किया जाना चाहिए। 1991 में सोवियत संघ के विघटन से जो तबाही मची थी, उसे रूसी राष्ट्रवाद के आधार पर टाला नहीं जा सकता, जो एक पूरी तरह से प्रतिक्रियावादी विचारधारा है जो व्लादिमीर पुतिन की अगुवाई वाले पूंजीवादी शासक वर्ग के हितों की सेवा करती है।
यूक्रेन की पुलिस अच्छी तरह जानती है कि वे इस युवा और साहसी समाजवादी के ख़िलाफ़ देशद्रोह के अपने आरोपों को साबित नहीं कर सकती। इसलिए, उन्हें सोवियत संघ के स्टालिनवादी शासन द्वारा 'आतंक और मॉस्को मुकदमों' के काल में इस्तेमाल किए गए झूठ का सहारा लेना चाहिए, जब उस शासन ने अपने ट्रॉट्स्कीवादी विरोधियों को नाज़ी जर्मनी का एजेंट बताकर निंदा की थी। सोवियत संघ के विघटन और यूक्रेन में पूंजीवाद की बहाली के बावजूद, स्टालिनवादी पुलिस एजेंसियों के तौर तरीक़ा आज भी ज़िंदा है।
बोगडान सायरोटुक और डब्ल्यूएसडब्ल्यूएस पर रूसी प्रोपेगैंडा एजेंट होने के अपने आरोपों से ही उलट एसबीयू अभियोग ने माना है कि वर्ल्ड सोशलिस्ट वेब साइट समाजवादी क्रांति के मार्फ़त वैश्विक समाजवादी स्थापना के मकसद के साथ 'पूरी दुनिया में मुख्य सामाजिक-राजनीतिक समस्याओं को, पूंजीवादी बाज़ार प्रणाली के क्रांतिकारी विरोध की पोज़िशन के आधार पर कवर करती है।'
डब्ल्यूएसडब्ल्यूएस के मार्क्सवादी-ट्रॉट्स्कीवादी कार्यक्रम का यह तथ्यात्मक विवरण, जो पुतिन के पूंजीवादी शासन के लिए अभिशाप है, बोगडान सायरोटुक के जेल और मुकदमे की फर्जी प्रकृति की गवाही देता है।
उनका उत्पीड़न किया जा रहा है और आजीवन कारावास की धमकी दी जा रही है क्योंकि वह दोनों देशों के कुलीन पूंजीवादी अभिजात वर्ग के हित में छेड़े जा रहे युद्ध के विरोध में यूक्रेनी और रूसी मज़दूर वर्ग की एकता का आह्वान करते हैं।
आपकी सरकार- जो उग्र प्रतिक्रियावादी विचारधाराओं और कार्यक्रमों का महिमामंडन करती है, जो स्कोरोपाडस्की, पेटलीउरा और सबसे बुरी बात, नाज़ी समर्थक स्टेपान बंडेरा और उसके यूक्रेनी राष्ट्रवादियों के संगठन के दिनों से बुर्जुआ यूक्रेनी राष्ट्रवादी आंदोलनों की विशेषता रहे हैं- यूक्रेनी मज़दूर वर्ग में समाजवादी भावनाओं के फिर से जड़ जमाने को लेकर भयभीत है, जो अनिवार्य रूप से रूस और यूक्रेन में अपने वर्गीय भाइयों और बहनों के साथ एकता के प्रयास और युद्ध की अस्वीकृति का रूप धारण कर लेगा। इसीलिए बोडगान सायरोटुक की गिरफ़्तारी सरकार के तीन जून 2024 को दिए निर्देश के बाद हुई है, जिसमें यूक्रेन में वर्ल्ड सोशलिस्ट वेब साइट पर प्रतिबंध लगाया गया था।
ये जगज़ाहिर है कि ज़ेलेंस्की सरकार, जिसने चुनावों को रद्द कर दिया और मॉर्शल लॉ के आधार पर शासन कर रही है, उसने यूक्रेन में वामपंथी और समाजवादी संगठनों को ग़ैरक़ानूनी बना दिया है। यहां तक कि अमेरिकी विदेश विभाग को भी, अपने ब्यूरो ऑफ़ डेमोक्रेसी द्वारा मई में जारी की गई रिपोर्ट में आपकी सरकार के क्रूर दमनकारी चरित्र पर ध्यान आकर्षित करने के लिए मज़बूर किया गया।
रिपोर्ट में ख़ास तौर पर ज़बरदस्ती ग़ायब किए जाने, टॉर्चर और क्रूर, अमानवीय या अपमानजक बर्ताव या सज़ा; कठिन और ख़तरनाक जेल के हालात; मनमानी गिरफ़्तारी या हिरासत; स्वतंत्र न्यायपालिक को लेकर गंभीर समस्याएं; अभिव्यक्ति की आज़ादी पर पाबंदियां, मीडिया से जुड़े लोगों के लिए भी और पत्रकारों के ख़िलाफ़ हिंसा या हिंसा की धमकी शामिल है, के जारी रहने को मानवाधिकारों के उल्लंघन के तौर पर ज़िक्र किया गया है।
बोडगान सायरोटुक आपकी सरकार की अराजकता का शिकार हैं। 25 अप्रैल को उनकी गिरफ़्तारी तब हुई जब अंतरराष्ट्रीय मीडिया में यूक्रेन के मज़दूरों और नौजवानों के बीच युद्ध को लेकर बढ़ते विरोध की कई रिपोर्टें प्रकाशित हुईं। ये स्वाभाविक है कि दोशद्रोह के आरोपों में सायरोटुक पर लगाए गए आरोपों का उ्ददेश्य युद्ध का विरोध करने वालों को धमकाना था, जिसे आपकी सरकार यूक्रेन के पूंजीवादी अभिजात वर्ग और इसके साम्राज्यवादी सहयोगियों के हित में लड़ रही है।
बोगडान सायरोटुक की गिरफ़्तारी और मुकदमे ने पूरी दुनिया में विपक्ष के अंदर आक्रोश भरने का काम किया है। प्रगतिशील और समाजवादी संगठनों ने इस राजनीतिक मंशा से की गई कार्रवाई की निंदा की है।
उनकी रिहाई के लिए अंतरराष्ट्रीय अभियान हर दिन मज़बूत हो रहा है। पूरी दुनिया से हज़ारों लोग- मज़दूरों, युवाओं, कलाकारों और अकादमिक शख़्सियतों ने आरोपों को ख़त्म करने और जेल से बोगडान सायरोटुक की तत्काल रिहाई की मांग करने वाली याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं।
मैडम एम्बेसडर, हम अपील करते हैं कि आप इस चिट्ठी और बोगडान सायरोटुक की रिहाई की हमारी मांग को अपनी सरकार तक पहुंचाएं।
उचित भावनाओं के साथ
डेविड नॉर्थ
चेयरमैन, सोशलिस्ट इक्वालिटी पार्टी
चेयरमैन, वर्ल्ड सोशलिस्ट वेब साइट का अंतरराष्ट्रीय संपादकीय बोर्ड